संतों का धन और अन्न होता है समाज के कल्याण के लिए: म.म. हरिचेतनानंद महाराज

संत समाज को आगे आकर करनी चाहिए समाज सेवा :सतपाल ब्रह्मचारी




संतों का धन और अन्न होता है समाज के कल्याण के लिए: म.म. हरिचेतनानंद महाराज

प्रमोद गिरि

हरिद्वार। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते भूपतवाला की प्रख्यात संस्था श्री राधा कृष्ण धाम में  महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष  सतपाल ब्रह्मचारी समाजसेवी  सुभाष माहेश्वरी,  योगेंद्र भदोरिया  के द्वारा असहाय निर्बल वर्ग के लोगों के लिए लगभग एक हजार भोजन के पैकेट तैयार करवा कर हरिद्वार की कॉलोनियों में वितरित करवाए गए। इस अवसर पर महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि संतों का जीवन मानव कल्याण के लिए होता है आज देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है जिसको देखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन का लॉक डाउन करके देश की जनता को बचाने का काम किया है लेकिन इस आपात की घड़ी में गरीब असहाय निर्बल वर्ग के लोगों के सामने भोजन का संकट पैदा हो गया है जिस पर हरिद्वार तीर्थ नगरी की तमाम संस्थाएं व श्रद्धालु व्यक्ति भूखे पिया से लोगों के लिए भोजन में पानी की व्यवस्था कर देशभक्ति का परिचय दे रहे हैं क्योंकि हमारे देश में  वसुधैव कुटुंबकम का पाठ पढ़ाया गया है इसी के परिपेक्ष में आज राधा कृष्ण धाम में गरीब असहाय व्यक्तियों के लिए 1000  भोजन पैकेट तैयार कर बट व्हाई गए हैं। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि संतों का जीवन समाज व देश के कल्याण के लिए होता है देश पर आज वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप पड़ा हुआ है जिससे गरीब असहाय लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है प्रधानमंत्री के लॉक डाउन के चलते लोगों के सामने रोजी का संकट पैदा होने से भोजन का भी संकट आ गया है लोगों की सहायता करने के लिए तथा उनका दुख-दर्द बांटने के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था की गई हैसंत समाज को तीर्थ नगरी में भोजन प्रसाद में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए संतों का धन और अन्न समाज के लिए होता है संकट के समय में हम सभी संतो को आगे आकर समाज सेवा करनी चाहिए।